दीपक तिजोरी और फराह ख़ान की एक पुरानी कहानी इंटरनेट पर बहुत ही ज़्यादा वायरल हो रही है। फराह ख़ान एक जानी मानी फ़िल्म निर्देशक है।

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फराह ख़ान बॉलीवुड की सबसे सफल कोरियोग्राफर और डायरेक्टर्स में से एक है। Farah Khan ने अपने करियर की शुरुआत कोरियोग्राफी से की थी। लेकिन आज सफल डायरेक्टर में गिनी जाने जाने लगी है। आज एक इनकी ज़िंदगी मशहूर और बहुत ही पुराना किस्सा इंटरनेट पर छाया हुआ है। ये कहानी सुनकर सब हैरान हैं। यह कहानी फराह ख़ान और दीपक तिजोरी के साथ एक फ़िल्म की है। ‘जो जीता वो सिकंदर’ में फराह ख़ान को दीपक तिजोरी ने किस किया था और इसमें सबसे बड़ी हैरानी की बात ये है कि उसे इस सीन के पैसे भी नहीं मिले थे।
फराह ख़ान को दीपक तिजोरी ने किया किस
फराह ख़ान ने शान के साथ एक ब्लॉग में बताया कि शान पहली फ़िल्म मैंने जो की थी वो थी, जो जीता वो सिकंदर। इस पर शान ने कहा की मैं भी वहाँ सेक्सोफ़ोन के साथ वहीं पर था। फराह ने बताया की वो वहाँ पर जूनियर डांसर थी। फराह ने बताया की वो पहले असिस्टेंट डायरेक्टर थी और बाद में कोरियोग्राफर बन गई। फराह ख़ान ने बताया की जब कोई डांसर डांस करने नहीं आती थी तो उसे ही डांस करना पड़ता था। उसने बताया की ‘ जो जीता वही सिकंदर ‘ में जिस लड़की को किस करना था तो उसने एन मौके पर किस करने से माना कर दिया। जिसके कारण फराह ख़ान को वो सीन करना पड़ा, जिसने दीपक तिजोरी उनके गाल पर किस करते हैं। फराह ख़ान ने बताया की फ़िल्म मेकर्स इतने कंगाल थे की उन्हें इस सीन के लिए एक रुपया भी नहीं दिया गया। लेकिन उस फ़िल्म में काम करने का बाद बड़ी सफलता ज़रूर दिलवा दी, जो पैसे से भी ज़्यादा क़ीमती था।
फराह ख़ान की बदली क़िस्मत
जो जीता वही सिकंदर फ़िल्म में फराह ख़ान ने कोरियोग्राफर के तौर पर डेब्यू किया था और ये फ़िल्म उनके जीवन में मील का पत्थर साबित हुई। इसके बाद फराह ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस फ़िल्म के बाद फराह ख़ान को बड़े बड़े प्रोजेक्ट मिलने लगे थे। फराह को वो फ़िल्म मिली जो उसने सोचा नहीं था। फ़िल्म में आमिर ख़ान और आयशा जुल्का मेन रोल में थे। आज के समय में फराह ख़ान एक एक करते हुए सफलता की सीढ़ी चढ़ती गई और आज एक सफल डायरेक्टर बन गई। फराह ख़ान ने ‘ ॐ शांति ॐ ‘ ‘ हैप्पी न्यू ईयर ‘ और ‘ मैं हूँ ना ‘ जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्में बना चुकी है।
शान को फ़िल्म के लिए मिली थी कितनी फीस ?
इस पर शान हंसते हुए बताते है कि उसे हर दिन के 150 रुपये मिलते थे, जबकि वहीं पर बाकी लोगों को 75 रुपये मिलते थे। फराह इस बात पर चौंक जाती है और शान से पूछती है तुम्हें पैसे मिले? लेकिन मुझे एक रुपया भी नहीं मिला। लेकिन उन्होंने ये भी बताया की जो अनुभव और आत्मविश्वास उस फ़िल्म से मिला, वो किसी भी पेमेंट से ज़्यादा क़ीमती है। ‘ जो जीता वही सिकंदर ‘ ने मेरी ज़िंदगी बदल दी।
फराह और शान ने किया अनुभव साझा
शान पुराने दिनों को बात करते हुए बताते हैं कि ‘ मैंने फ़िल्म की शूटिंग चार दिन तक की थी। लेकिन फाइनल फ़िल्म में मैं मुश्किल से ही दिखाई दिया था। शान कुछ ही गानों में एक दो बार शॉट्स में ही दिखाई देते हैं। फराह ने मज़ाक में कहा की, मुझे लगता है वो जातीं का गाना था और उसे मैं ही कोरियोग्राफ़ कर रही थी। उस समय बजट इतना कम था कि फराह ने जातीं को भी गाने में डाल दिया था।
कौन कौन था उस फ़िल्म में ?
वर्ष 1992 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘ जो जीता वही सिकंदर ‘ को दर्शकों द्वारा काफ़ी पसंद किया गया। इस फ़िल्म को डायरेक्ट मंसूर ख़ान ने किया था, जबकि इसके प्रोडूसर नासिर हुसैन थे। फ़िल्म के मुख्य किरदार के रूप में आमिर ख़ान, आयशा जुल्का, दीपक तिजोरी, माणिक सिंह, पूजा बेदी और कुलभूषण खरबंदा ने भूमिका निभाई और इसमें संगीत जतीन और ललित ने दिया था।